कल 03 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन मां शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है।

नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों कि पूजा अर्चना विशेष फलदाई होती है । 

माँ दुर्गा इस बार डोली पर सवार होकर आएंगी और हाथी पर प्रस्थान करेंगी । अतः इस साल देश मे रोग,शोक और प्राकृतिक आपदा हावी रहेंगी ।  

 आदिशक्ति के नामों कि कुल संख्या 120 है। इनमे से किसी भी नाम कि माला जपी जाए तो कृपा देवी कि ही प्राप्त होती है ।

नवार्ण मंत्र दुर्गा देवी का सबसे प्रभावशाली मंत्र है , जो साधक के किसी भी समस्या का समाधान करने मे सक्षम है । 

नवार्ण मंत्र दुर्गा देवी का सबसे प्रभावशाली मंत्र है , जो साधक के किसी भी समस्या का समाधान करने मे सक्षम है । 

उदया तिथि अनुसार गुरुवार 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। कलश स्थापना का मुहूर्त कन्या लग्न में सुबह 6 बजे से लेकर सुबह 7:05 तक है। वहीं, अभिजीत में मुहूर्त सुबह 11:31 से लेकर दोपहर 12:19 तक है।